*वोटिंग कार्ड है, लिस्ट में नाम नहीं, नाम कैसे कटे, इसकी जांच हो*

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===========================             *चंद्रपूर*             ==========================             *कामता कुमार सिंह*     =====================                          लोकसभा का पहला चरण  का 102 संसदीय क्षेत्र में 19 अप्रैल को हुआ। उसी कड़ी में चंद्रपुर लोकसभा का चुनाव भी पहला चरण में ही 19 अप्रैल को हुआ। चुनाव आयोग के नए नियमानुसार मतदाताओं की पर्ची घर घर पहुंचाने का भरसक प्रयास हुआ। काफी हद तक मतदाता पर्ची मतदाताओं को मिला। लेकिन ऐसे भी सैकडों मतदाता थे, जो सालों से एक ही जगह पर है और सालों मतदान करते आये है परन्तु इस बार मतदाता सूची से नायब गायब पाया गया। इससे मतदाताओं में एक केंद्र से दूसरे केंद्र पर भागते देखा गया। =============================                         वोटिंग कार्ड है, लिस्ट में नाम नही ===============≠========                       चुनाव आयोग जितना अधिक सुधारात्मक कार्य कर रही है, उतना ही बार बार गलतियां भी कर रही है। अधिकतम मतदान हो इसके लिए विज्ञापन से लेकर अनेकों तरह के प्रयास कर रही है। उसपर पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है। बूथ पर रेड कार्पेट लगाने से लेकर पानी के व्यवस्था कर रही है तो दूसरी तरफ चुनाव आयोग गलतियां पर गलतियां करती जा रही है। वर्षों से मृत मतदाताओं को मतदाता सूची से बाहर तो नहीं की जा रही है परन्तु जो वर्षों से एक ही जगह पर मतदान करते आ रहे है, उनका नाम मतदाता सूची से हटा दिया जा रहा है।   ===========================                  एक  व्यक्ति का दो दो जगह नाम =====================                            मतदाता सूची पर ध्यान से  देखेंगे तो पाएंगे कि कुछ व्यक्तियों को नाम दो दो जगह पर है। वही जो व्यक्ति अपने सगे संबंधियों के साथ वर्षो से मतदान करते आये है, उनका नाम नदारथ है। मतलब की वो व्यक्ति भारत के लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा नहीं है। =========================                        नाम काटने वाले पर केस दर्ज हो =======================                              पिछले चुनाव तक दर्जनों बार मतदान करनेवाले को इस बार के मतदान सूची से नाम गायब है। अनेकों घरों के परिवार के मुखिया के नाम नहीं है जबकि अन्य सदस्यों का नाम है। किसी के घर मे पति का नही है तो किसी के घर मे पत्नी का नाम नहीं। किसी के घर में पति पत्नी का नाम नहीं है जबकि उनके बच्चे का नाम है।  ऐसे कैसे गड़बड़ हुआ। किसने गड़बड़ किया। किसने सर्वे करवाया और किसके कहने पर नाम हटाया गया। ===========================                    पक्ष विपक्ष दोनों के नाम कटे =========================                         यह भी नहीं कहा जा सकता है कि किसी विशेष पार्टी के समर्थकों का नाम कटा है। लगभग सभी पार्टी के समर्थकों के नाम गायब है। इससे तो यही स्पष्ट होता है कि  वे कर्मचारियों और अधिकारियों दोषी है जो बिना कारण के नाम मतदाता सूची से काट दिया।  देश के सबसे बड़ा लोकतंत्र पर्व पर दुर्गापुर उर्जानगर के दो ग्राम पंचायतों में सैकड़ों लोंगों का नाम काट दिया गया जबकि जो व्यक्ति यहाँ नहीं है अथवा निधन हो गया है उनका नाम मतदाता सूची में शोभा बढ़ा रहा है। =============================             *”हँलो चांदा न्यूज “, करिता जिल्हा प्रतिनिधी, राजूरा गढ़ चांदूर तालुका प्रतिनिधींची नियुक्ती करणे आहे. इच्छुक प्रतिनिधीने संपर्क साधावा.*  ============================            संपादक :- शशि ठक्कर , 9881277793,9022199356उपसंपादक:- विनोद शर्मा , वरोरा। 9422168069,

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